हरियाणा की संस्कृति और सभ्यता विस्तृत – राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय

चंडीगढ़, 08 फरवरी- शिक्षा जीवन को आगे बढ़ाने का आधार बनती है। शिक्षा के साथ-साथ  सांस्कृतिक कार्यक्रम व्यक्ति के व्यक्तित्व के विकास के लिए जरूरी है। यह बात महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने ओम स्टर्लिंग ग्लोबल यूनिवर्सिटी हिसार में आयोजित 38वें एआईयू इंटर यूनिवर्सिटी नॉर्थ वेस्ट जॉन यूथ फेस्टिवल कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कही।

इस दौरान उन्होंने मंच से कार्यक्रम के शुभारंभ की घोषणा भी की। पांच दिवसीय युवा महोत्सव में उत्तर-पश्चिम क्षेत्र के 23 यूनिवर्सिटी भाग ले रही हैं। महोत्सव में राजस्थान की 6, हरियाणा की 15 एवं दिल्ली की 2 यूनिवर्सिटी भाग ले रही हैं। कार्यक्रम में 931 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं जिनमें महिला प्रतिभागियों की संख्या 467 और पुरुष प्रतिभागियों की संख्या 464 है।

कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा का उद्देश्य मात्र डिग्रियां प्राप्त करना ही नहीं है, बल्कि युवाओं को संस्कारवान, विचारवान एवं बहुमुखी प्रतिभा का धनी बनाना भी है। उच्च शिक्षा का एक मंतव्य यह भी है कि देश के युवाओं के व्यक्तित्व के बहिर्मुखी विकास के लिए अनुकूल अवसर विद्यार्थियों को उपलब्ध कराए जाएं। आज के कार्यक्रम के दौरान प्रस्तुति देने वालों की मेहनत नजर आ रही है। उन्होंने कलाकारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि कलाकार बनना इतना आसान नहीं होता। कलाकार के हृदय में प्रेम, करूणा और दूसरों के लिए विचार होना बेहद जरूरी है।

उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद स्टूडेंट्स और कलाकारों को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा की संस्कृति और सभ्यता विस्तृत है। इसे सीखकर अपने-अपने राज्यों में जाएं। नई शिक्षा नीति का जिक्र करते हुए राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि देश में नई शिक्षा नीति आई है, जिसके जरिये शिक्षा के साथ साथ न्यू टेक्नोलॉजी के बारे में भी बताया जाएगा। इसमें थ्रीडी पेंटिंग, आर्टिफिशियल इंटलीजेंसी जैसे विषय शामिल हैं।

महामहिम ने कुंभ मेले का जिक्र करते हुए कहा कि वहां पर करोड़ो लोग आ रहे हैं। मेले के माध्यम से भी हमारी संस्कृति, भावना को देश ही नहीं बल्कि दुनिया को बताया जाता है। भारत की परंपरा और संस्कृति को हमें नहीं भूलना चाहिए।

 उन्होंने कहा कि भारत ऊर्जा एवं उत्साह से परिपूर्ण युवाओं का युवा देश है। आज देश का युवा वर्ग अपनी प्रतिभा, कौशल एवं उपलब्धियों का परचम सम्पूर्ण विश्व में फहरा रहा है। इस दिशा में युवा महोत्सव का आयोजन हर वर्ष किया जाना अति सराहनीय है, जिसमें प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को अपनी संस्कृति एवं कला के समुचित संगम को प्रदर्शित करने एवं नए विचारों, नए सपनों और नए लक्ष्यों के साथ अपनी पहचान बनाने का स्वर्णिम अवसर मिलता है।

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